
नई दिल्ली। महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज का अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से सोमवार की सुबह निधन हो गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद से 90 वर्षीय पंडित जसराज न्यूजर्सी में ही थे । उन्होंने आज सुबह आखिरी सांस ली । उनकी बेटी दुर्गा जसराज ने भाषा को यह जानकारी दी ।
दुर्गा ने भाषा से मुंबई से फोन पर कहा ,‘‘ बापूजी नहीं रहे ।’’ इसके अलावा वह कुछ नहीं बोल सकी। उनके परिवार में दुर्गा के अलावा पत्नी मधुरा के अलावा संगीतकार पुत्र शारंग देव हैं । मधुरा सुप्रसिद्ध फिल्मकार वी शांताराम की बेटी हैं ।
मेवाती घराने के आखिरी मजबूत स्तंभ पंडित जसराज के परिवार ने एक बयान में कहा ,‘‘ बहुत दुख के साथ हमें सूचित करना पड़ रहा है कि संगीत मार्तंड पंडित जसराज जी का अमेरिका के न्यूजर्सी में अपने आवास पर आज सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान कृष्ण स्वर्ग के द्वार पर उनका स्वागत करें जहां वह अपना पसंदीदा भजन ‘ ओम नमो भगवते वासुदेवाय’ उन्हें समर्पित करें। हम उनकी आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हैं ।’’
उन्होंने आगे कहा , ‘आपकी प्रार्थनाओं के लिये धन्यवाद । बापूजी जय हो ’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘‘ पंडित जसराज जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से भारतीय शास्त्रीय विधा में एक बड़ी रिक्तता पैदा हो गयी है। न केवल उनका संगीत अप्रतिम था बल्कि उन्होंने कई अन्य शास्त्रीय गायकों के लिए अनोखे मार्गदर्शक के रूप में एक छाप छोड़ी। उनके परिवार और समस्त विश्व में उनके प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’’
The unfortunate demise of Pandit Jasraj Ji leaves a deep void in the Indian cultural sphere. Not only were his renditions outstanding, he also made a mark as an exceptional mentor to several other vocalists. Condolences to his family and admirers worldwide. Om Shanti. pic.twitter.com/6bIgIoTOYB
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2020
मोदी ने अपने ट्वीट के साथ पंडित जसराज के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें भी ट्विटर पर डालीं जिनमें वह उन्हें सम्मानित कर रहे हैं ।
अपने आठ दशक से अधिक के संगीतमय सफर में पंडित जसराज को पद्म विभूषण (2000) , पद्म भूषण (1990) और पद्मश्री (1975) जैसे सम्मान मिले । पिछले साल सितंबर में सौरमंडल में एक ग्रह का नाम उनके नाम पर रखा गया था और यह सम्मान पाने वाले वह पहले भारतीय कलाकार बने थे । इंटरनेशनल एस्ट्रोनामिकल यूनियन :आईएयू: ने ‘माइनर प्लेनेट’ 2006 वीपी 32 :नंबर 300128: का नामकरण पंडित जसराज के नाम पर किया था जिसकी खोज 11 नवंबर 2006 को की गई थी।
इस साल जनवरी में अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले पंडित जसराज ने नौ अप्रैल को हनुमान जयंती पर फेसबुक लाइव के जरिये वाराणसी के संकटमोचन हनुमान मंदिर के लिये दी थी । इसके अलावा उन्होंने अपनी बेटी और प्रोड्यूसर दुर्गा की संगीतमय वेब सीरिज ‘उत्साह’ में भी भाग लिया था जो लॉकडाउन के दौरान सोशल मीडिया पर आयोजित की जा रही है ।