
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल द्वारा कानून-व्यवस्था की जानकारी के लिए गृह मंत्री होने के नाते सीधे उनसे रिपोर्ट मांगने के बजाए राज्य के शीर्ष अधिकारियों को तलब किए जाने को लेकर शनिवार को कड़ी आपत्ति जताई। सिंह ने राज्यपाल पर भाजपा की ‘हरकतों’ के आगे ‘झुकने’ का आरोप भी लगाया।
एक सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर द्वारा कानून-व्यवस्था की कथित समस्याओं और मोबाइल टावर क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं को लेकर राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तलब किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।
सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का ‘दुष्प्रचार’ इसलिए किया जा रहा है ताकि कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन से ध्यान भटकाया जा सके।
उन्होंने कहा, राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर राज्यपाल को यदि कोई चिंता थी तो गृह मंत्रालय का प्रभार मेरे पास होने के नाते उन्हें सीधे मेरे समक्ष इसे उठाना चाहिए था।