14 शहरों में बसों के चार्जिंग स्टेशन बनाने की कवायद शुरु, 4 महीने में तैयार होने की उम्मीद


निदेशालय के संयुक्त निदेशक अजीत सिंह ने बताया कि सरकार की ओर से 200 करोड़ रुपये का खर्च का बजट दिया गया है। एक माह में रिपोर्ट मिलने के बाद अगले तीन महीने के भीतर इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशन बनाकर देना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद, वाराणसी, मुरादाबाद, बरेली, अलीगढ़, झांसी, शाहजहांपुर, मथुरा-वृंदावन, आगरा व प्रयागराज में इलेट्रिक बसों के चार्जिंग हब बनेंगे। इन सभी शहरों में सात सौ इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी।



लखनऊ। सिटी ट्रांसपोर्ट-नगरीय परिवहन निदेशालय ने सभी प्रबंधन निदेशक को भेजा डीपीआर-एक महीने में देनी होगी रिपोर्ट, अगले तीन महीने में तैयार होगा स्टेशनलखनऊ। कार्यालय संवाददातालॉकडाउन में बंद पड़े विकास कार्यो को फिर से रफ्तार देने का काम शुरू हो गया।
नगरीय परिवहन निदेशालय ने प्रदेश के 14 शहरों में इलेक्ट्रिक बसें दौड़ाने की तैयारी तेज कर दी है। इसी सिलसिले में सभी शहरों में बस चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा। निदेशालय ने सभी सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशकों को चार्जिंग प्वाइंट बनाने के लिए डीपीआर भेजा है। लखनऊ समेत 14 शहरों के अधिकारियों को एक माह में डीपीआर पर अपनी रिपोर्ट देनी है। ताकि रिपोर्ट के आधार पर पैसों का आवंटन किया जा सके।
निदेशालय के संयुक्त निदेशक अजीत सिंह बताते है कि सरकार की ओर से 200 करोड़ रुपये का खर्च का बजट दिया गया है। एक माह में रिपोर्ट मिलने के बाद अगले तीन महीने के भीतर इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशन बनाकर देना पड़ेगा। इन शहरों में बस चार्जिंग हब बनेगालखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद, वाराणसी, मुरादाबाद, बरेली, अलीगढ़, झांसी, शाहजहांपुर, मथुरा-वृंदावन, आगरा व प्रयागराज में इलेट्रिक बसों के चार्जिंग हब बनेंगे। इन सभी शहरों में सात सौ इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इन बसों के चलने से प्रदूषण नहीं होगा।



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