वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गृह मंत्रालय के उस शीर्ष अधिकारी को बर्खास्त कर दिया है, जिसने पिछले सप्ताह कहा था कि तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति पद का चुनाव अमेरिका के इतिहास में सबसे सुरक्षित चुनाव है।
ट्रंप ने इन चुनावों में धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कई राज्यों में मुकदमे दर्ज कराए हैं, लेकिन वह अपने दावों को पुख्ता करने के लिए कोई सबूत मुहैया नहीं करा सके।
ट्रंप नेट्वीट किया कि उन्होंने गृह मंत्रालय में ‘साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी’ (सीआईएसए) के निदेशक क्रिस्टोफर क्रेब्स को बर्खास्त कर दिया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘2020 चुनाव की सुरक्षा को लेकर क्रिस क्रेब्स का हालिया बयान बिल्कुल गलत है। चुनाव में व्यापक स्तर पर अनियमितताएं और धोखाधड़ी हुईं, मृत लोगों के मतों की गणना की गई, चुनाव प्रहरियों को मतदान केंद्रों में जाने की अनुमति नहीं दी गई, वोटिंग मशीन में ‘‘खामियां’’ थीं, जिसके कारण ट्रंप के लिए दिए गए मत (निर्वाचित राष्ट्रपति जो) बाइडन के खाते में चले गए।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘इसलिए क्रिस क्रेब्स को ‘साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी’ के निदेशक पद से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाता है।’’
मुख्यधारा की मीडिया ने बाइडन को राष्ट्रपति पद के चुनाव का विजेता घोषित किया है, लेकिन ट्रंप ने अपनी हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया है और दावा किया है कि चुनाव में उनकी जीत हुई है।
‘साइबरसिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी’ समेत ‘इलेक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर गर्वनमेंट कोऑर्डिनेटिंग कौंसिल (जीसीसी)’ के सदस्यों ने 12 नवंबर को बयान जारी किया था कि तीन नवंबर को हुआ चुनाव अमेरिका के इतिहास में सबसे सुरक्षित चुनाव है।
‘सीनेट साइबरसिक्योरिटी कॉकस’ के सह-अध्यक्ष एवं सांसद मार्क वार्नर और ‘हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी ऑन इंटेलिजेंस’ के अध्यक्ष एवं सांसद एडम शिफ समेत कई सांसदों ने क्रेब्स को बर्खास्त किए जाने की निंदा की है।