
बगदाद। इराक में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुए गंभीर आर्थिक संकट के बीच खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुख मुस्तफा अल-कदीमी ने देश के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली।
संसद सत्र में 255 सांसदों ने भाग लिया और इराक के प्रधानमंत्री के तौर पर मुस्तफा अल-कदीमी के नाम के प्रस्ताव को मंजूरी दी, जिससे देश में पांच महीने से चल रहा नेतृत्व का संकट खत्म हो गया।
कदीमी को जब प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया गया था तो उन्होंने खुफिया प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने ऐसे समय में प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला है, जब तेल राजस्व में गिरावट के बीच इराक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है।
कदीमी ने सत्र के दौरान सांसदों को संबोधित करते हुए कहा,‘‘यह सरकार हमारे देश के सामने आ रहे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक संकट से निपटने के लिए आई है। यह सरकार समस्याओं का समाधान देगी, न कि संकट बढ़ाएगी।’’
वे दिसंबर में अदेल अब्देल माहदी के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद सरकार बनाने की कोशिश करने वाले तीसरे उम्मीदवार थे। भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सुविधाओं की कमी जैसी शिकायतों को लेकर देश में कई महीनों से प्रदर्शन चल रहे थे। पिछले साल 1 अक्टूबर से दिसंबर महीने तक प्रदर्शन में करीब 400 लोग मारे गए थे।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने अल-कधेमी के साथ फोन पर बात की। उन्होंने नई सरकार का स्वागत किया और सुधारों को लागू करने और भ्रष्टाचार से लड़ने के प्रयासों पर चर्चा की।