भारत अभी तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है: भारतीय अमेरिकी परोपकारी


जाने-माने भारतीय-अमेरिकी परोपकारी एवं सिलिकॉन वैली के उद्यमी ने भारत में कोविड-19 की ताजा लहर को देश का अभी तक का सबसे बड़ा संकट बताते हुए, प्रवासी समुदाय से इस मुश्किल घड़ी में भारतीय लोगों की मदद करने की अपील की।


शिवांगी गुप्ता शिवांगी गुप्ता
विदेश Updated On :

वाशिंगटन। जाने-माने भारतीय-अमेरिकी परोपकारी एवं सिलिकॉन वैली के उद्यमी ने भारत में कोविड-19 की ताजा लहर को देश का अभी तक का सबसे बड़ा संकट बताते हुए, प्रवासी समुदाय से इस मुश्किल घड़ी में भारतीय लोगों की मदद करने की अपील की।

गौरतलब है कि भारत में वैश्विक महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है और कई राज्यों के अस्तपालों में कर्मचारियों, टीकों, ऑक्सीजन, दवा और बिस्तर की कमी है।

‘इंडिस्पोरा’ के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘भारत अभी तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है इसलिए, मैं आपसे अपील करता हूं कि आप भारत में अपने परिवार एवं दोस्तों की सहायता करें।’’

रंगास्वामी की बहन की कोरोना वायरस के कारण चेन्नई में मौत हो गई थी।

रंगास्वामी ने कहा कि वह अमेरिका और दुनिया के कई हिस्सों से प्रवासी समुदाय से भारत के लोगों के लिए अधिक से अधिक निधि एवं संसाधन एकत्र करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, जो आजादी के बाद अभी तक के सबसे बड़े जन स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहा है।

रंगास्वामी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ यह ऐसा समय है जब हमें अपने सामर्थ्य से अधिक देना चाहिए।’’

प्रख्यात प्रवासी नेताओं का एक नेटवर्क ‘इंडिस्पोरा’ अभी तक 25 लाख डॉलर एकत्र कर चुका है। सप्ताहांत में उन्होंने ‘हेल्थ तमिलनाडु ब्रीथ’ कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया, जिसमें 15 लाख डॉलर एकत्र किए गए।

रंगास्वामी ने कहा, ‘‘ परेशानी की बात यह है कि अगर भारत ने संक्रमण पर काबू नहीं पाया तो, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और भारत के आसपास के देशों में भी यह फैल जाएगा। इससे कई लोगों की मौत हो सकती है और आर्थिक नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।’’