उन्नाव में पुलिस की पिटाई से किशोर की मौत, दो सिपाही व होमगार्ड पर केस दर्ज


उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन पर पुलिस द्वारा पीटे जाने पर हुई सब्जी विक्रेता की मौत के मामले में दो सिपाहियों तथा एक होमगार्ड समेत तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है।

पुलिस ने शनिवार को बताया कि एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत दर्ज की गई है, जिसमे सिपाही विजय चौधरी, सिपाही सीमावत व होमगार्ड को नामजद किया गया है। प्राथमिकी के अनुसार किशोर फैसल के परिजनों का आरोप है प्रभारी निरीक्षक के सामने उसे पीट-पीट कर मार डाला गया।

पुलिस के मुताबिक इस मामले में आरोपी आरक्षी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और एक होमगार्ड की सेवा समाप्त कर दी गई है। घटना शुक्रवार शाम उन्नाव जिले के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कस्बे के मोहल्ला भटपुरी इलाके में हुई जहां 17 वर्षीय किशोर फैसल घर के बाहर सब्जी बेच रहा था।

सिपाही ने किशोर को पकड़ लिया और कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन का आरोप लगाकर उसे डंडे से पीटते हुए थाने ले गया, जहां किशोर की मौत हो गई। पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई, मुआवजा व पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी की मांग को लेकर लखनऊ रोड क्रॉसिंग पर जाम लगा दिया।

पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि फैसल की मृत्यु के मामले में आरोपी आरक्षी विजय चौधरी और सीमावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था तथा होमगार्ड सत्यप्रकाश को सेवा से अवमुक्त कर दिया गया है।

अधिकारियों ने किशोर के परिजनों को आश्वासन दिया कि उन्हें शहरी आवास योजना के अंतर्गत को एक आवास दिलाया जाएगा। मृतक किशोर के घर के किसी एक व्यक्ति को जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से प्रशिक्षित करवा कर नौकरी दिलाने में मदद की जाएगी।

बांगरमऊ में सब्जी विक्रेता किशोर की पुलिस पिटाई से मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर उन्नाव के पुलिस प्रवक्ता व सोशल मीडिया सेल प्रभारी उप निरीक्षक जुल्फिकार अली ने बताया म्रत्यु का कारण सिर में चोट है। किन कारणों से किशोर के सिर में चोट आई है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है।