
लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के पीड़ितों से मिलने पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लेने के बाद अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार उन्हें सीतापुर के पीएसी गेस्ट में ही कैद कर रखा गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रियंका गांधी के खिलाफ धारा 151, 107 और 116 के तहत केस दर्ज कर इन्हीं धाराओं के आधार पर प्रियंका को गिरफ्तार किया गया है। वह हिरासत के समय से ही पीएसी गेस्ट हाउस में हैं। सूत्रों के अनुसार इसी गेस्ट हाउस को अस्थायी जेल बनाकर उन्हें यहां गिरफ्तार करके रखा गया है।
वहीं हिरासत में लेने के बाद से ही प्रियंका गांधी सोशल मीडिया पर एक के बाद एक ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही हैं। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी से सवाल करते हुए पूछा कि वह लखीमपुर खीरी उन परिवारों से मिलने क्यों नहीं जा रहे हैं, जिनके बेटों की ‘‘बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या कर दी गई’’ और जहां हेलीकॉप्टर से जाने में यहां से सिर्फ 15 मिनट लगते हैं।
योगी सरकार पर हमला करते हुए प्रियंका ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा ध्यान सत्ता में बने रहने के लिए प्रचार और जनसंपर्क पर केन्द्रित है।’’ प्रियंका गांधी ने राज्य के वैश्विक महामारी से निपटने को लेकर कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार मददगार बनने के बजाय हमलावर बन गई है ।’’
इसी के साथ ही उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से बर्खास्त करने की मुहिम तेज कर दी है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘सरकार के दावों के लिए इतना ही कि अब तक की गई कार्रवाई से मृतक किसानों के परिजन संतुष्ट हैं।’ साथ ही हैशटैग में लिखा ‘मोदी जी अजय मिश्र का इस्तीफा लो’।
So much for the government’s claims that the families of the deceased farmers are satisfied with the action they have taken so far.#मोदीजी_अजयमिश्र_का_इस्तीफा_लो pic.twitter.com/X0AXY5bN70
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
मालूम हो कि प्रियंका को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाते वक्त रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था। वह लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों के मारे जाने के बाद वहां जा रहीं थी।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।