नई दिल्ली। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्यामजी मंदिर में भगदड़ मचने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है। जबकि इस हादसे में दो लोग घायल बताए जा रहे हैं। मंदिर में आज सुबह 5 बजे के करीब एक मासिक मेले के दौरान ये भगदड़ मची। वहीं घायलों को जयपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। मौके पर पुलिस मौजूद है और हालातों को काबू करने में लगी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राजस्थान के खाटू श्यामजी मंदिर परिसर में मची भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया।
सीकर जिले के खाटू श्यामजी मंदिर के बाहर सोमवार तड़के मची भगदड़ में तीन महिलाओं की मौत हो गई। दरअसल, सोमवार को ‘ग्यारस’ के अवसर पर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। ‘ग्यारस’ की तिथि को हिंदू कैलेंडर के अनुसार बेहद शुभ माना जाता है।
मोदी ने ट्वीट किया, “राजस्थान के सीकर में खाटू श्यामजी मंदिर परिसर में मची भगदड़ में लोगों की मौत से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। जो लोग घायल हुए हैं, उनके जल्द से जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।”
Saddened by the loss of lives due to a stampede at the Khatu Shyamji Temple complex in Sikar, Rajasthan. My thoughts are with the bereaved families. I pray that those who are injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2022
पुलिस के अनुसार सुबह करीब पांच बजे मंदिर के प्रवेश द्वार पर भगदड़ मच गई। मंदिर के बाहर फाटक खुलने का इंतजार करने के लिए भारी भीड़ जमा थी। जैसे ही गेट खुला और अंदर आने की कोशिश में एक महिला कथित तौर पर बेहोश हो गई और गिर गई। जिसके कारण उसके पीछे के अन्य लोग भी गिर गए। इस हादसे में तीन महिलाओं की जान चली गई और दो घायल हैं।
दरअसल आज चंद्र कैलेंडर का 11वां दिन खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए शुभ माना जाता है, जिन्हें भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है।
वहीं इस हादसे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुख जताया है। अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु हृदय विदारक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना है। सभी श्रद्धालुओं से विनम्र आग्रह है कि संयम बनाए रखें। प्रशासन त्वरित गति से राहत अभियान चलाएं। श्रद्धालू स्थिति को नियंत्रित करने में प्रशासन का सहयोग करें।