गुरुग्राम। हिंदू धर्म गुरु कालीचरण महाराज की रिहाई की मांग को लेकर कई दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्य शुक्रवार को यहां सड़कों पर उतर आए।
उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी के लिए 22 लाख रुपये के नकद इनाम की भी घोषणा की।
कुछ दिनों पहले रायपुर में ‘धर्म संसद’ के दौरान महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा करने के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस ने बृहस्पतिवार को कालीचरण को गिरफ्तार किया था।
बड़ी संख्या में दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ता उपायुक्त के आवास के सामने टैंक पार्क में एकत्र हुए और कालीचरण की रिहाई और ओवैसी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय तक मार्च किया। उन्होंने कहा कि वे संतों और अन्य धार्मिक हस्तियों के ‘अपमान’ को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
प्रदर्शन मार्च का नेतृत्व करने वाले हिंदू नेता और अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज ने कहा, ‘‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सभी को है। संत कालीचरण को एक एजेंडे के साथ पकड़ा गया। पुलिस और सरकार ने ओवैसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया? ओवैसी को पकड़ने वाले पुलिस अधिकारी को 22 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।’’ भारद्वाज ने दो मांगों को लेकर नायब तहसीलदार सुशील कुमार को ज्ञापन भी सौंपा।
हाल में, ओवैसी के भाषण का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। कई दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि हैदराबाद के सांसद ने भाषण के दौरान हिंदुओं को धमकी दी थी।