पेट्रो पदार्थों के टैक्स में कटौती कर आम आदमी को राहत दे केंद्र सरकार: राजन

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हरियाणा Updated On :

गुरुग्राम। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्षा, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने पेट्रो पदार्थों के साथ देश में बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी का बुरा हाल कर दिया है। अपना खजाना भरने के लिए सरकार मंदी के भयानक दौर में भी आम आदमी की जेब पर डाका डाल रही है।

पेट्रो पदार्थों में टैक्स वसूली को घटा कर सरकार आम आदमी को राहत दे सकती है लेकिन भाजपा सत्ता के नशे में आम आदमी से किए अपने चुनावी वादे भी भूल रही है। उन्होंने कहा कि इस महीने में 7 बार पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी के साथ डीजल भी 100 रुपए प्रति लीटर के पार निकल गया है। भारत में डीजल की सबसे ज्यादा खपत ट्रांसपोर्ट और एग्रीकल्चर सेक्टर में होती है।

दाम बढ़ने पर यही दोनों सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। डीजल के महंगे होने से महंगाई बढ़ रही है और इससे आम आदमी का बजट बिगड़ रहा है। दिल्ली में पेट्रोल 96.12 और डीजल 23 पैसे महंगा होकर 86.98 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। इस महीने अब तक पेट्रोल एक रुपए 89 पैसे और डीजल एक रुपए 83 पैसे महंगा हुआ है।

इस पर केंद्र सरकार 33 रुपए एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है। इसके बाद राज्य सरकारें इस पर अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती हैं, जिसके बाद इनका दाम बेस प्राइज से 3 गुना तक बढ़ गया है। भारत में पेट्रोल पर 54 और डीजल पर 44 रुपए से भी ज्यादा टैक्स वसूला जाता है। डीजल के दाम बढ़ने से खेती से लेकर उसे मंडी तक लाना महंगा हो गया है। इससे आम आदमी और किसान दोनों का बजट बिगड़ गया है। इससे महंगाई भी तेजी से बढ़ी है।

अप्रैल में थोक महंगाई दर का सूचक यानी होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) 10.49% रहा है। जबकि मार्च में यह 7.39% था। वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार पेट्रोल- डीजल के कारण वस्तुओं की थोक कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। 9 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। मई में पेट्रोल 4.11 और डीजल 4.69 रुपए महंगा हुआ। मई में पेट्रोल-डीजल की कीमत में 16 बार इजाफा हुआ।

एक जनवरी को पेट्रोल 83.97 और डीजल 74.12 पर था, जो अब 96.12 और 86.98 रुपए प्रति लीटर पर है। यानी 5 महीने से भी कम में पेट्रोल 12.15 और डीजल 12.86 रुपए महंगा हुआ है। उन्होंने सरकार पर देश को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने का झांसा दिया जा रहा है।

खेती के लिए सबसे जरूरी डीजल के दम पिछले एक साल में 2500 रुपए प्रति 100 रुपए बढ़े हैं। जबकि एमएसपी मात्र 70 से 100 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार किसानों की आय दुगनी करने में कितनी गंभीर है।

सरकार अगर पेट्रो कंपनियों को मनमानी नियंत्रित नहीं कर सकती तो कम से कम टैक्स में तो कटौती कर ही सकती है। इतने बड़े संकट से उबरने के लिए सरकार को टैक्स वसूली में कटौती के साथ राज्यों को भी वैट और सेस वसूली में कटौती का निर्देश देना चाहिए। तभी देश में बढ़ती महंगाई को काबू किया जा सकेगा।