हमारे शोर मचाने से मरे हुए वापस नही आएंगे” सीएम का ये बयान गैरजिम्मेदाराना: राजन

naagrik news naagrik news
हरियाणा Updated On :

गुरुग्राम। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन ने कहा कि कोरोना जैसी भयंकर आपदा में भी सरकार के जिम्मेदार मंत्री और सीएम बहुत ही शर्मनाक और गैर जिम्मेदाराना बयान बाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज प्रदेश के मरीजों को दिल्ली के मरीज बताते हुए संवेदनहीनता की हदें पार कर दी।

अनिल विज ने गुड़गांव और फरीदाबाद में भरती 70 फीसदी मरीजों को दिल्ली का बताकर फिर से विवाद खड़ा करने की कोशिश की है। कोरोना जैसी भयंकर आपदा में भी प्रदेश की मनोहर सरकार जनता को गुमराह करने में लगी है। प्रदेश की मनोहर सरकार एक साल में भी कोरोना से लड़ने के माकूल बंदोबस्त नहीं कर पाई। कोरोना के मरीजों के बचाव को लेकर व्यवस्थाओं के नाम पर प्रदेश की जनता को सरकार केवल गुमराह कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से लोग लगातार दम तोड़ रहे हैं लेकिन सरकार कतई संवेदनशीलता नहीं बरत रही। उन्होंने कहा कि जिस सरकार ने 300 किसानों की शहादत पर एक शब्द संवेदना का नहीं कहा, उसे कोरोना से लड़ते, व्यवस्थाओं से जूझते आमजन से क्या सरोकार हो सकता है? इतनी भयावह स्थिति होने के बावजूद भी अस्पतालों में ना बेड है ना वेंटिलेटर है और ना ही ऑक्सीजन। प्राइवेट अस्पताल सरकार से लगातार ऑक्सीजन की मांग कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन या जवाब भी नहीं दिया जा रहा है।

ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना को लेकर सरकार की क्या तैयारियां हैं? लोगों को बेहतर व्यवस्था देने की वजह सरकार कोरोना के नाम पर लोगों को प्रताड़ित करने पर तुली है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में हालत लगातार भयावह होते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार को बेहतर से बेहतर बंदोबस्त करने चाहिए थे। इसके उलट सरकार लोगों को राम भरोसे छोड़ महज बयानबाजी करने में जुटी है। संवेदना जाहिर नहीं की।

राजन ने कहा कि मुख्यमंत्री का वह बयान जिसमें उन्होंने कहा है “हमारे शोर मचाने से कोई वापिस नही आ जाता” ये बहुत ही शर्मनाक है । सीएम ने कहा हमें मरे हुए की संख्या की आंकड़े बाजी नहीं करनी है, बहुत ही गैर जिम्मेदाराना और शर्मनाक है। यह सरकार ही पूरी तरह गैर जिम्मेदार और असंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार हालत बिगड़ने पर स्वीकार कर रही है कि व्यवस्थाओं में शुरू से ही खामियां थी। हालात अभी भी बहुत ज्यादा सुधरे नहीं है।

कहा, अभी भी महज मीडिया में बयानबाजी ही हो रही है। प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन्हें रोकने के लिए सरकार को माकूल बंदोबस्त करने होंगे। विशेषज्ञों की मानें तो यह दूसरी लहर की शुरुआत भर है। लगातार आ रही विशेषज्ञों की राय के बावजूद भी सरकार व्यवस्थाओं को सुधारने में कतई गंभीर नहीं दिख रही। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार को जनता से कोई लेना देना नहीं है।