जातीय जनगणना को लेकर केशव प्रसाद मौर्य की बड़ी मांग


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘लोकतंत्र में गणना की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिर चाहे वह मतगणना, जनगणना हो या जातीय जनगणना। इन सभी गणनाओं से ही लोकतंत्र मज़बूत होता है। लोकतंत्र का मतलब ही गणना है।’ इससे पहले भी वह कई बार जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना पक्ष रखते रहे हैं।


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उत्तर प्रदेश Updated On :

बिहार में हुई जाति आधारित सर्वे को लेकर उत्तर प्रदेश में कई विपक्षी पार्टियां लगातार राज्य सरकार पर दबाव बनाती नजर आ रही हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जातीय जनगणना कराने को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा कि लोकतंत्र का मतलब ही गणना करना है। जिस दौरान उन्होंने इशारों में केंद्र सरकार से जातिगत जनगणना को लेकर बड़ी मांग की है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘लोकतंत्र में गणना की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिर चाहे वह मतगणना, जनगणना हो या जातीय जनगणना। इन सभी गणनाओं से ही लोकतंत्र मज़बूत होता है। लोकतंत्र का मतलब ही गणना है।’ इससे पहले भी वह कई बार जाति आधारित जनगणना को लेकर अपना पक्ष रखते रहे हैं। उन्होंने बीते गुरुवार को केंद्र सरकार जातिगत जनगणना करायेगी। हम वरिष्ठ नेता इसके पक्ष में हैं।

जातीय जनगणना पर लगातार निशाना साध रहा विपक्ष

वहीं दूसरी ओर जातीय जनगणना कराने को लेकर उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल लगातार बीजेपी पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं। दरअसल यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत सभी विधायक और नेता जातीय जनगणना की मांग करते नजर आए।

जातीय जनगणना के पक्ष में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

इसके साथ ही यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने जातीय जनगणना कराने को लेकर विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा अपना पक्ष रखा था। उस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी जाति जनगणना के खिलाफ नहीं है। इस दौरान उन्होंने कहा कि  जातीय जनगणना की बात करने वाले सपा, बसपा, कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों ने सत्ता में रहते हुए कभी भी पिछड़े वर्ग के साथ कोई न्याय नहीं किया।

 



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