ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई: खट्टर


खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के साथ इस स्थिति में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है और निरन्तर कोरोना वायरस की स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है। बैठक में उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हमें एकजुट होकर इस वायरस को हराना है।



जींद। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है और इसकी रोकथाम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के साथ इस स्थिति में पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है और निरन्तर कोरोना वायरस की स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है। बैठक में उन्होंने जनता से आह्वान किया कि हमें एकजुट होकर इस वायरस को हराना है।

खट्टर ने यह बात जींद के लोक निर्माण विश्राम गृह में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस दौरान उनके साथ जींद के विधायक डॉ. कृष्ण लाल मिढ़ा भी उपस्थित रहे।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की रोकथाम तथा मरीजों के इलाज के लिए जिले में किए जा रहे प्रबंधों की विस्तृत रूप से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास कोरोना वैक्सीन, वेंटिलेटर, चिकित्सा उपकरणों तथा ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, राज्य सरकार इस पूरी स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए तमाम प्रबंध पूर्ण करें और आपसी तालमेल बनाए रखें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन सिलेंडरों व अन्य चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी करने वाले लोगों को पकडक़र उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों में भी ऑक्सीजन गैस सिलेंडर, वेंटिलेटर जरूरत के हिसाब से उपलब्ध करवाएं। उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए जिले में पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। परिस्थितियों को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त प्रबंध भी किए जा रहे हैं और सभी प्राईवेट अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए है कि वे कोरोना मरीजों का प्राथमिकता के आधार पर इलाज करें।

उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले में ऑक्सीजन सिलेंडरों व जरूरी चीजों की कालाबाजारी की रोकथाम के लिए 22 छापेमारी कर 126 सिलेंडर जब्त किए जा चुके है और इन सिलेंडरों को अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए भेजा जा चुका है।