
नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि वह इस आरोपों की जांच करेगा कि उसके कुछ नेताओं को टीकरी बॉर्डर प्रदर्शन स्थल पर एक महिला कार्यकर्ता की कथित यौन उत्पीड़न के बारे में जानकारी थी, जिसकी बाद में हरियाणा के एक निजी अस्पताल में कोरोना के कारण मृत्यु हो गई।
किसान नेता योगेंद्र यादव ने एक आनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने टेलीविजन पर यह खबरें देखी हैं कि टीकरी बॉर्डर पर कुछ किसान नेताओं को उत्पीड़न के बारे में जानकारी थी और उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया। हम वर्तमान में इन खबरों की पुष्टि नहीं कर सकते, लेकिन हम आपको आश्वासन देते हैं कि हम इन आरोपों की जांच करेंगे और कड़ी कार्रवाई करेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा (ने उन खबरों को लेकर रविवार को कहा था कि वह महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करता है, जिसमें कहा गया था कि पश्चिम बंगाल की रहने वाली महिला कार्यकर्ता का यौन उत्पीड़न किया गया था।
यादव ने कहा कि किसानों के संगठन को उत्पीड़न के बारे में तब पता चला जब पीड़ित के पिता, जो संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे, 2 मई को उनसे मिलने आए। उन्होंने कहा, पिता 29 अप्रैल को दिल्ली पहुंचे और महिला से मिले जिसकी हालत गंभीर थी। महिला ने निधन से पहले उसके बारे में बताया, महिला का 30 अप्रैल को निधन हो गया।