
नई दिल्ली। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान भारतीय नौसेना द्वारा बनायी गई योजना, निर्णायक कार्रवाई और कुछ अलग हटकर सोचने के मूल सिंद्धात आज भी भविष्य के लिए अहम सीख देते हैं।
कहा कि सामरिक सरलता, उपलब्ध युद्ध बल की तैनाती और युद्ध के नौसैनिक पहलुओं की विस्तृत योजना जमीनी लड़ाई को मोड़ देने में अहम साबित होता है। एडमिरल सिंह कराची बंदरगाह पर भारतीय नौसेना द्वारा किए गए हमले को याद करने को लेकर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘1971 का युद्ध बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि यह एक नए राष्ट्र बांग्लादेश के बनने का माध्यम बना।’ नौसेना प्रमुख ने कहा कि इस घटना के बाद करीब आधी सदी गुजर चुकी है लेकिन फिर भी नौसेना द्वारा उस समय की गई कार्रवाई आज और भविष्य के लिए अहम सीख देती है।