भाजपा सरकार पूंजीपतियों को कर रही मालामाल, तेल को भी आपदा में अवसर की तरह किया इस्तेमाल: कांग्रेस

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हरियाणा Updated On :

गुरुग्राम। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने पेट्रोल डीजल के बेहताशा बढ़ते दामों को सरकार की विफलता बताया है। उन्होंने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों के बाद देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दामों से यह साबित हो गया है कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों को मालामाल करने पर आमदा है।

काले कृषि कानूनों के जरिए भी पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की है, अब पेट्रोल डीजल के दामों पर कतई नियंत्रण नहीं रखना सरकार की नियत पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2014 तक देश में कच्चे तेल की कीमत आज के मुकाबले करीब दुगनी थी। तब भी कांग्रेस ने आम आदमी पर बढ़ी कीमतों का अतिरिक्त भार नहीं लादा।

2014 के बाद से भाजपा सरकार आने के बाद लगातार कच्चे तेल की कीमतें घटने के बाद भी लोगों को कोई राहत नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि अगर 2008 से 2014 के सरकारी आंकड़े ही उठा लिए जाएं तो इस बीच कच्चा तेल 140 से 105 डॉलर प्रति बैरल था। तब भी पेट्रोल 75 और डीजल 58 रुपए प्रति लीटर के पार नही गया।

जबकि 2015 से 2021 में कच्चा तेल 75 डॉलर प्रति बैरल के पार नही गया। बावजूद इसके पेट्रोल डीजल की कीमतें आसमान छू रही है। यहां गौर करने लायक यह भी है कि कच्चा तेल 2020 में पिछले 18 साल में सबसे कम कीमत पर भी आया, फिर भी आज पेट्रोल डीजल 100 रुपए प्रति लीटर के पार चले गए हैं।

बढ़ती तेल की कीमतें भाजपा सरकार की मंशा और नियत पर सवाल खड़े करती है। इस बीच पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा कर सरकार अभी तक करीब ढाई लाख करोड़ रुपए कमा चुकी है।

इस महीने 9वीं बार महंगे हुए पेट्रोल-डीजल
इस महीने में 9वीं बार इनकी कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी के साथ देश में पेट्रोल 108 रुपए लीटर और डीजल 101 रुपए लीटर पर पहुंच गया है। दिल्ली की बात करें तो यहां पेट्रोल 25 पैसे महंगा होकर 96.66 और डीजल 13 पैसे महंगा होकर 87.41 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है।

इस महीने अब तक पेट्रोल 2 रुपए 43 पैसे और डीजल 2 रुपए 26 पैसे महंगा हो चुका है। देश के 6 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए पर पहुंचा गया है। वहीं बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक,जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, उड़ीसा और लद्दाख में भी कई जगहों पर पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार निकल गया है। देश के 11 राज्यों में पेट्रोल 100 के पार पहुंचा गया है। राजस्थान में पेट्रोल रिकॉर्ड 108 रुपए लीटर बिक रहा है।

पेट्रोल-डीजल के महंगे होने से तेजी से बढ़ रही महंगाई
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ने से थोक महंगाई दर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के मुताबिक थोक महंगाई दर मई में 12.94% पर पहुंच गई है। यह मई 2020 में -3.37% रही थी। होल सेल प्राइस इंडेक्स (WPI) आधारित महंगाई दर लगातार 5वें महीने मई में चढ़ी है।

इससे पहले अप्रैल में भी दर 10.49% पर रही थी। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई में कहा गया कि क्रूड पेट्रोलियम, मिनरल ऑयल के चलते महंगाई बढ़ी है। क्योंकि इससे पेट्रोल, डीजल, नेप्था और मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स महंगे हुए हैं।

लॉकडाउन में भी पेट्रोल डीजल से सरकार ने कमाए 2.35 लाख करोड़ रुपए
लॉकडाउन में पेट्रोल-डीजल की खपत में गिरावट आने के बावजूद केंद्र सरकार की इनसे होने वाली कमाई बढ़ी है। केंद्र सरकार ने पिछले साल मई में एक्साइज ड्यूटी 10 रुपए बढ़ाई थी। उस वक्त केंद्र ने एक लीटर पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 22.98 रुपए से 32.98 रुपए और डीजल पर 18.83 रुपए से 31.83 रुपए बढ़ा दी थी।

इससे केंद्र सरकार ने 2020-21 के 9 महीने में ही यानी अप्रैल से दिसंबर तक ही 2.35 लाख करोड़ रुपए की कमाई की, जो 2019-20 की तुलना में करीब 6% ज्यादा है। यानी जहां कोरोना काल में लोगों की कमाई घटी है वहीं सरकार ने आपदा को भी अवसर बनाकर जमकर कमाई की है।