नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बृहस्पतिवार को कहा कि नमाज को ताकत दिखाने का जरिया नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने राज्य के पटौदी में क्रिसमस समारोह को बाधित किए जाने को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया।
कुछ हिंदू समूहों द्वारा गुड़गांव में कुछ सार्वजनिक स्थानों पर नमाज को रोकने की कोशिश करने के बीच नमाज पर खट्टर की यह टिप्पणी आई है।
यहां भारतीय महिला प्रेस कोर के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, खट्टर ने कहा, ‘‘सार्वजनिक स्थानों पर नमाज अदा करना अनुचित है। नमाज नमाज रहनी चाहिए न कि ताकत का प्रदर्शन।’’
उन्होंने कहा कि सभी लोग इबादत करने और प्रार्थना करने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन यह निर्दिष्ट स्थानों पर होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अगर इस पर कोई मतभेद है, तो विभिन्न धर्मों के लोग मध्यस्थता के लिए स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं।’’
पटौदी की घटना के बारे में पूछे जाने पर जहां कथित तौर पर कुछ दक्षिणपंथी युवाओं ने क्रिसमस समारोह में बाधा डाली, खट्टर ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। ऐसी घटनाओं का समर्थन करने का कोई कारण नहीं है। इस तरह के किसी भी समारोह को बाधित करना सही नहीं है।’’
किसानों के विरोध पर, खट्टर ने कहा कि विरोध शुरू करने वालों और इसका समर्थन करने वालों के बीच अंतर करने की जरूरत है, क्योंकि इसके पीछे राजनीतिक महत्वाकांक्षा वाले लोग हैं। खट्टर ने कहा, ‘‘विरोध शुरू करने वाले खुद को ‘किसान नेता’ कहते हैं, लेकिन उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं।’’